भरत मेघवाल
पाली.शहर के सरदार पटेल नगर में रहने वाले गणपत मेघवाल ने फुटबाल खेल में अब तक कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने नौ बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। मेघवाल का कहना है कि इस खेल के लिए उन्हें उनके पिता पूनमचंद ने प्रेरित किया। 1984 में उन्होंने फुटबाल खेलना शुरू किया था। खेल में बेहतर प्रदर्शन के चलते उन्होंने अब तक 11 बार राज्य प्रतियोगिता में भाग लेकर शानदार प्रदर्शन किया। गणपत की इस खेल में मजबूत पकड़ होने के कारण अधिकतर प्रतियोगिताओं में उन्हें स्थान मिलता रहा। उन्होंने कोटपूतली में 1986 में आयोजित स्कूल स्टेज प्रतियोगिता, राजस्थान स्टेट चैंपियनशिप 1990, बाडमेर, जोधपुर, भरतपुर, भीलवाड़ा, डिडवाना, बूंदी, सवाईमाधोपुर व अजमेर समेत कई जिलों में आयोजित राजस्थान स्टेट सीनियर प्रतियोगिताओं में भाग लिया। मेघवाल वर्तमान में तीन साल से पाली जिला फुटबाल संघ में ज्वाइंट सेक्रेट्री पद संभाले हुए हैं। अब वे विभिन्न स्थानों पर होने वाली प्रतियोगिताओं में टीम लेकर जाते हैं।
इन नेशनल प्रतियोगिता में लिया भाग
उन्होंने उदयपुर में आयोजित तीन राष्ट्रीय प्रतियोगिता, बीकानेर में आयोजित भगवत मेमोरियल फुटबाल प्रतियोगिता में तीन बार, बीकानेर में आयोजित बच्ची गोल्ड कप प्रतियोगिता, गंगानगर में आयोजित दशहरा फुटबाल प्रतियोगिता में भाग लिया। इसी प्रकार गुजरात के बदौड़ा में आयोजित संतोष ट्राफी केंप में चयन हुआ।
ब्लड डोनेशन में भी आगे
गणपत मेघवाल खिलाड़ी होने के साथ ब्लड देने में भी हमेशा आगे रहते हैं, वे समय समय पर आयोजित शिविरों में रक्तदान करते रहते हैं। अब तक वे 60 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं।
कई बार हुए सम्मानित
रक्तदान करने पर उनको कई बार सम्मानित भी किया गया है। रक्तदान में अव्वल रहने पर वे पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे व राजेंद्र चौधरी के हाथों सम्मानित हो चुके हैं।
(लेखक श्री भरत मेघवाल दैनिक भास्कर के पाली संस्करण में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं और यह आलेख दैनिक भास्कर से साभार प्रकाशित किया जा रहा हैं।)
Link-http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1170235-1809596.html
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